हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनई ने एक संदेश जारी करके ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनियों को मिलने वाली विजय की मुबारकबाद दी थी और खुशी का इज़हार करते हुए अपने संदेश में कुछ इस प्रकार कहां:
बिस्मिल्लाह-अल-रहमान-अल-रहीम
सलाम हो शक्तिशाली और मज़लूम फ़िलिस्तीन पर, सलाम हो फ़िलिस्तीन के साहसी और स्वाभिमानी युवाओं पर, सलाम हो चैम्पियन और मुजाहिद ग़ज़्ज़ा पर, सलाम हो हमास, जेहादे इस्लामी और फ़िलिस्तीन के सभी राजनैतिक व मुजाहिद संगठनों पर।
अल्लाह का शुक्र अदा करता हूं उस मदद और इज़्ज़त पर जो उसने फ़िलिस्तीनी वीरों को दी। ईश्वर से शहीदों की क़ुरबानी देने वालों के आहत दिलों के सुकून, शहीदों के लिए रहमत व बशारत और घायलों के तत्काल स्वास्थ्य लाभ की दुआ करता हूं और अपराधी ज़ायोनी शासन पर विजय की मुबारकबाद देता हूं।
हालिया परीक्षा ने फ़िलिस्तीनी राष्ट्र को बुलंदी प्रदान की। दरिंदा व भेड़िया ज़ायोनी शत्रु समझ गया कि फ़िलिस्तीन के एकजुट प्रतिरोध के सामने वह बेबस है। ग़ज़्ज़ा, 1984 के इलाक़ों और शिविरों के साथ क़ुद्स और वेस्ट बैंक के सहयोग की परीक्षा ने फ़िलिस्तीनियों की आइंदा की रणनीति दिखा दी।